Wednesday, February 11, 2009

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यह क्या बिहारी बिहारी लगा रखा है कुछ समझदारी के बातें बताएं
हिन्दी की कुछ बेहतरीन कविताओं के बारे में कुछ मशवरा दें, आज के कवि कविता करते हैं या बकवास? इस बारे में आप की कुछ राय है
इधर कुछ अख़बारों में घटिया दर्जे की हिन्दी लिखी जा रही है
भाषा के साथ खिलवाड़ हो रहा है
यह कहाँ तक उचित है?
हुलु, लोलापुरी

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